सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कोरोना तेज़ी से बढ़ता हुआ -:मध्यप्रदेश में 24 घंटे में 1424 नए एक्टिव केस ,27 मरीजों की मौत ,इंदौर,ग्वालियर ,जबलपुर के आये नए आंकड़े सामने |

मध्यप्रदेश में कोरोना का आतंक तेज़ी से बढ़ता हुआ दिखाई दिया :- 24 घंटे में 1424 नए एक्टिव केस ,27 की मौत अब तक कुल मरीजों की संख्या 66914



मध्यप्रदेश में कोरोना का आतंक दिन व दिन तेज़ी से बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है ! अब तक कुल 66914 के लगभग मरीज हो चुके है जिनमे से 1132 मरीज ठीक हुए है ! साथ ही खबरों के अनुसार अब प्रदेश में लॉक डाउन नहीं रहेगा,लॉक डाउन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा ! और इसी के चलते कोरोना तेज़ी से बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है ! अब तक 100 से ज्यादा एक्टिव केस वाले जिले 38 हो गए है ! इंदौर,भोपाल ,के साथ साथ ग्वालियर और जबलपुर भी तेज़ी से कोरोना की चपेट में आरहे है ! पिछले कुछ घंटो में कोरोना से 27 लोगो की मौत हो गई है ! 



अब तक प्रदेश में कोरोना से 1453 लोग मर चुके है ! प्रदेश में अब तक स्वस्थ हुए लोगो की संख्या 51124 हो गई ! राज्य में कोरोना मरीज के एक्टिव केस लगभग 14337 और संक्रमित इलाको की संख्या 5580 है ! भोपाल में 163 , इंदौर में 243 ,ग्वालियर में 104 और जबलपुर में 89 नए केस सामने आये  है ! इस तरह कोरोना का ग्राफ तेज़ी से बढ़ता दिखाई दे रहा है !  


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,पत्नी ओर परिवार के साथ पहुंचे ! मां बिजासन माता के मन्दिर सलकनपुर,किये मां बिजासन के दर्शन साथ ही की, इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अफसरों के साथ श्रृद्धालुओं की सुविधाएं बढ़ाने को लेकर बैठक ।

  मध्यप्रदेश  मुख्य मंत्री  शिवराज  सिंह चौहान, पत्नी  साधना सिंह ओर परिवार के साथ  पहुंचे मां बिजासन माता के मन्दिर सलकनपुर, किये  मां  के दर्शन साथ ही की इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अफसरों के साथ  श्रृद्धालुओं की सुविधाएं बढ़ाने को लेकर   बैठक । सलकनपुर को धार्मिक पर्यटन के तौर पर विकसित करने के लिए योजना तैयार की  इस क्षेत्र को विकसित करने की जिम्मेदारी इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (ITDC) को दी गई है। कॉर्पोरेशन के अफसरों के साथ मुख्यमंत्री सलकनपुर में बैठक कर रहे हैं।    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पत्नी साधना सिंह, दोनों बेटों कार्तिकेय और कुणाल के साथ रविवार शाम सलकनपुर पहुंचे। मुख्यमंत्री यहां प्रसिद्ध देवी धाम मां बिजासन मंदिर परिसर के विस्तार और श्रृद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने को लेकर बैठक कर रहे है। मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले अफसरों की टीम सलकनपुर पहुंच गई थी।  मुख्यमंत्री ने सलकनपुर पहुंचने के बाद सबसे पहले मंदिर गए। परिवार के साथ पूजा-अर्चना की। शिवराज सिंह चौहान के सीएम बनने के...

भोपाल मे बनेगा, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जहा मिलेगा हड्‌डी से संबंधित समस्याओं का इलाज। भोपाल के ईदगाह हिल्स पर ही बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अब नही होगी कोई असुविधा हड्‌डी से संबंधित समस्याओं के इलाज मे।।

  भोपाल मे बनेगा, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जहा  मिलेगा हड्‌डी से संबंधित समस्याओं का इलाज। भोपाल के ईदगाह हिल्स पर ही बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अब नही होगी कोई असुविधा  हड्‌डी से संबंधित समस्याओं के इलाज मे।।  भोपाल मे इस  सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को बनबाने के लिये  केन्द्र सरकार ने दो साल पहले ही प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी थी। ओर साथ ही इसके लिए केन्द्र  सरकार ने 46 करोड़ रुपए भी स्वीकृत कर दिए है।इस  सेंटर ऑफ एक्सीलेंस  मे  ओपीडी व एक्सरे, सिटी स्कैन, एमआरआई की सुविधा रहेगी।  इस सेंटर में वार्ड,ओटी, मॉड्यूलर ओटी जिसमें कूल्हा प्रत्यारोपण, स्पाइन की सर्जरी, घुटना प्रत्यारोपण की सुविधा होगी। इसके अलावा फिजियोथेरपी सेंटर होगा। इतना ही नही इस में सर्जरी के बाद आधुनिक उपकरण की सुविधा मरीजों को मिलेगी।  मध्यप्रदेश में हड्‌डी से संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भोपाल के ईदगाह हिल्स पर टीबी अस्पताल के पास बनेगा। पहले यह सेंटर हमीदिया अस्पताल परिसर में बनना प्रस्तावित था। इस सेंटर के बनने के बाद हड्‌डी से जुड़ी बीमारियों का इला...

स्त्रियो ने किया बर सावित्री व्रत पूजन,मागी पति की लंबी आयु ।

  स्त्रियो ने किया  बर  सावित्री व्रत  पूजन   ,मागी  पति की लंबी आयु ।  ये व्रत इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन सावित्री ने सत्यवान के प्राण यमराज से वापस लिए थे ! तभी से ये व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाने लगा ! इस व्रत में वट वृक्ष का महत्व बहुत होता है. इस दिन सुहागिन स्त्रियां वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ का पूजन करती है और उसकी परिक्रमा लगाती हैं ! ऎसा माना जाता है कि पतिव्रता  सावित्री  ने अपने पति के प्राण वापस लाने के लिए बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर कठोर तपस्‍या की थी। इसलिए इसे वट  सावित्री  व्रत कहा जाने लगा। इस दिन वटवृक्ष को जल से सींचकर उसमें हल्दी लगाकर कच्चा सूत लपेटते हुए उसकी परिक्रमा की जाती है। साथ ही शुभ वस्तुएं भी अर्पित की जाती हैं।